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‘विश्व के मुख्य न्यायाधीशों का अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन’ सी.एम.एस. में 22 नवम्बर से

‘विश्व के मुख्य न्यायाधीशों का अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन’ सी.एम.एस. में 22 नवम्बर से

November 12, 2024, 07:03 PM

लखनऊ, 12 नवम्बर। ‘विश्व के मुख्य न्यायाधीशों का 25वाँ अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन’ आगामी 22 नवम्बर, शुक्रवार से सी.एम.एस. कानपुर रोड ऑडिटोरियम में प्रारम्भ हो रहा है। सम्मेलन में प्रतिभाग हेतु विभिन्न देशों के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, संसद के अध्यक्ष, संसद सदस्य, इण्टरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस के न्यायाधीशों समेत 54 देशों के मुख्य न्यायाधीश, न्यायाधीश व कानूनविद् लखनऊ पधार रहे हैं। यह जानकारी आज यहाँ सी.एम.एस. गोमती नगर प्रथम कैम्पस ऑडिटोरियम में आयोजित एक प्रेस कान्फ्रेन्स में सम्मेलन की संयोजका एवं  सी.एम.एस. प्रबन्धक प्रो. गीता गाँधी किंगडन ने दी। इस अवसर पर सी.एम.एस. संस्थापिका-निदेशिका डा. भारती गाँधी एवं सम्मेलन के जनरल सेक्रेटरी श्री आर. सी. गुप्ता भी उपस्थित रहे। पत्रकारों से बातचीत करते हुए प्रो. किंगडन ने बताया कि ‘भारतीय संविधान के अनुच्छेद 51’ पर आधारित यह ऐतिहासिक सम्मेलन ‘ए गवर्नेन्स फॉर द फ्यूचर’ थीम पर आधारित है एवं विश्व एकता, विश्व शान्ति एवं विश्व के ढाई अरब से अधिक बच्चों के सुन्दर व सुखमय भविष्य को समर्पित है।

      प्रो. किंगडन ने बताया कि आगामी 22 नवम्बर को इस एतिहासिक सम्मेलन के उद्घाटन हेतु मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी को आमन्त्रित किया गया है। इसके अलावा, श्री राजनाथ सिंह, रक्षामंत्री, भारत सरकार, श्री अर्जुन राम मेघवाल, कानून एवं न्यायमंत्री, भारत सरकार, श्री कीर्तिवर्धन सिंह, राज्यमंत्री, विदेश, भारत सरकार, डा. सुधांशु त्रिवेदी, सांसद, राज्यसभा, आदि अपनी गरिमामय उपस्थिति से सम्मेलन का गौरव बढ़ायेंगे।सी.एम.एस. संस्थापिका-निदेशिका डा. भारती गाँधी ने इस अवसर पर कहा कि लखनऊवासियों के लिए यह गर्व का विषय है कि देश-दुनिया की तमाम प्रख्यात हस्तियाँ  एक बार फिर से लखनऊ का नाम विश्वपटल पर आलोकित करने हेतु यहाँ पधार रही है। सी.एम.एस. संस्थापक स्व. डा. जगदीश गाँधी जी ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ में विश्वास रखते हुए आजीवन विश्व के ढाई अरब बच्चों के सुरक्षित व सुखमय भविष्य हेतु प्रयासरत रहे। यह उन्हीं के अतुलनीय प्रयासों का प्रतिफल है कि यह सम्मेलन वैश्विक स्तर पर प्रतिष्ठित है, जिसमें अब तक 141 देशों के 1480 मुख्य न्यायाधीश, न्यायाधीश एवं कानूनविद् पधार चुके हैं।

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